Rajdoot 350cc बाइक: नया दमदार अंदाज़, बेहतरीन माइलेज और पावरफुल परफॉर्मेंस

Rajdoot 350cc :- भारत में बाइक प्रेमियों की संख्या करोड़ों में है और हर साल कोई न कोई नया मॉडल मार्केट में लॉन्च होता रहता है। लेकिन कुछ बाइक्स ऐसी होती हैं जो आते ही युवाओं के दिलों में जगह बना लेती हैं। Rajdoot 350cc भी उन्हीं में से एक है। इस बाइक

Rajdoot 350cc bike

Rajdoot 350cc :-

भारत में बाइक प्रेमियों की संख्या करोड़ों में है और हर साल कोई न कोई नया मॉडल मार्केट में लॉन्च होता रहता है। लेकिन कुछ बाइक्स ऐसी होती हैं जो आते ही युवाओं के दिलों में जगह बना लेती हैं। Rajdoot 350cc भी उन्हीं में से एक है। इस बाइक ने अपनी दमदार पावर, शानदार माइलेज और किफायती कीमत से दोपहिया बाजार में तहलका मचाने का काम किया है।

यह बाइक खासकर उन लोगों के लिए डिज़ाइन की गई है जो पावर और माइलेज दोनों चाहते हैं। आमतौर पर 350cc इंजन वाली बाइक्स का माइलेज 30-35 km/l के आसपास होता है, लेकिन Rajdoot 350cc 55 km/l का माइलेज देती है, जो कि अपने सेगमेंट में सबसे ज्यादा है। इसके अलावा 220 km/h की टॉप स्पीड और सिर्फ ₹80,000 की कीमत इसे और भी आकर्षक बनाती है।

अब चलिए इस बाइक को गहराई से समझते हैं।

1. डिज़ाइन और स्टाइलिंग (Design & Styling)

Rajdoot 350cc को क्लासिक और मॉडर्न लुक के कॉम्बिनेशन में पेश किया गया है। इसका डिज़ाइन युवाओं और मिडिल-एज राइडर्स दोनों को आकर्षित करता है।

  • मस्कुलर फ्यूल टैंक – 15 लीटर कैपेसिटी के साथ, एयरोडायनामिक शेप दिया गया है।
  • LED हेडलाइट्स और DRLs – रात में शानदार विजिबिलिटी और मॉडर्न अपील।
  • डिजिटल-एनालॉग इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर – जिसमें स्पीडोमीटर, टैकोमीटर, माइलेज इंडिकेटर और गियर पोजिशन सब दिखता है।
  • स्पोर्टी साइड पैनल्स और डुअल टोन कलर – बाइक को प्रीमियम लुक देते हैं।
  • कंपैक्ट और स्टाइलिश टेल लाइट – ट्रेंडी अपील के लिए।

फ्रंट लुक और हेडलाइट डिज़ाइन

Rajdoot 350cc का फ्रंट लुक उस दौर की दूसरी मोटरसाइकिलों से बिल्कुल अलग था। इसमें एक गोल आकार की बड़ी हेडलाइट दी गई थी, जो बाइक को एक रॉयल और दमदार लुक प्रदान करती थी।

  • हेडलाइट के चारों ओर मेटल क्रोम रिंग का इस्तेमाल किया गया था।
  • इंडिकेटर्स अलग से बाहर निकले हुए थे, जिससे इसका फ्रंट व्यू और ज्यादा चौड़ा और मस्कुलर लगता था।
  • हेडलाइट के ऊपर स्पीडोमीटर और टैकोमीटर अलग-अलग डायल के रूप में मौजूद रहते थे, जो स्पोर्टी फील देते थे।

फ्यूल टैंक और बॉडी शेप

Rajdoot 350cc का फ्यूल टैंक इसकी सबसे बड़ी खूबसूरती थी। चौड़ा, लंबा और कर्वी टैंक इसकी स्टाइलिंग को एक अलग ही शान देता था।

  • टैंक पर “Rajdoot” या “350” की बैजिंग इसे प्रीमियम टच देती थी।
  • फ्यूल टैंक की कर्व्ड लाइन्स राइडर की सीट तक जाती थीं, जो पूरे डिज़ाइन को एक फ्लो देती थीं।
  • इसकी बॉडी लैंग्वेज काफी स्पोर्टी थी, फिर भी इसमें विंटेज एलिगेंस मौजूद थी।

सीटिंग डिज़ाइन और कम्फर्ट

सीटिंग स्टाइलिंग भी इसके डिज़ाइन का अहम हिस्सा था। Rajdoot 350cc में एक लंबी और सीधी सीट दी गई थी, जो दो लोगों को आराम से बैठने की सुविधा देती थी।

  • सीट पर हाई क्वालिटी लेदर कवरेज का इस्तेमाल किया जाता था।
  • रियर पिलियन के लिए पकड़ने के लिए मेटल ग्रैब रेल मौजूद रहती थी।
  • सीटिंग पोजीशन आरामदायक और लंबी दूरी की सवारी के लिए बिल्कुल उपयुक्त थी।

हैंडलबार और राइडिंग पोजीशन

Rajdoot 350cc का हैंडलबार चौड़ा और थोड़ा ऊँचा रखा गया था।

  • इससे राइडिंग पोजीशन सीधी और कम्फर्टेबल हो जाती थी।
  • क्लच और ब्रेक लीवर मेटल फिनिशिंग में होते थे, जो मजबूती और प्रीमियमनेस का एहसास दिलाते थे।
  • मिरर गोल आकार के होते थे, जो इसके रेट्रो डिज़ाइन को और उभारते थे।

व्हील्स और टायर्स

Rajdoot 350cc में क्लासिक स्पोक व्हील्स का इस्तेमाल किया गया था।

  • बड़े साइज के टायर्स के साथ ये बाइक दमदार ग्रिप और रोड प्रेजेंस प्रदान करती थी।
  • व्हील्स पर क्रोम फिनिशिंग इसे और ज्यादा आकर्षक बनाती थी।
  • बाइक का ग्राउंड क्लीयरेंस अच्छा था, जिससे यह इंडियन रोड्स के लिए परफेक्ट साबित होती थी।

रियर लुक और टेललाइट

Rajdoot 350cc का रियर डिज़ाइन भी उतना ही शानदार था।

  • इसमें चौकोर आकार की टेललाइट दी गई थी, जो उस दौर के लिए काफी एडवांस मानी जाती थी।
  • इंडिकेटर्स दोनों तरफ निकले हुए थे।
  • रियर व्हील और क्रोम फिनिश्ड मफलर (साइलेंसर) बाइक के रियर लुक को और अधिक मस्कुलर बनाते थे।

क्रोम फिनिशिंग और डिटेलिंग

इस बाइक में क्रोम एलिमेंट्स का काफी इस्तेमाल किया गया था।

  • साइलेंसर, हेडलाइट रिंग, व्हील रिम्स, हैंडलबार – सब जगह क्रोम फिनिशिंग दी गई थी।
  • इससे बाइक की शाइनिंग लुक लंबे समय तक बनी रहती थी।
  • क्रोम फिनिशिंग उस दौर में लग्जरी का प्रतीक हुआ करती थी।

कलर ऑप्शंस और ग्राफिक्स

Rajdoot 350cc को कुछ खास कलर ऑप्शंस में लॉन्च किया गया था।

  • रेड, ब्लैक और ब्लू इसके सबसे लोकप्रिय कलर वेरिएंट थे।
  • टैंक और साइड पैनल पर व्हाइट या सिल्वर स्ट्राइप्स दी जाती थीं।
  • ये ग्राफिक्स सादगी और आकर्षण दोनों का संतुलन बनाते थे।
Rajdoot 350cc bike

2. इंजन और परफॉर्मेंस (Engine & Performance)

Rajdoot 350cc का सबसे बड़ा हाइलाइट इसका दमदार इंजन है।

  • इंजन कैपेसिटी: 350cc, 4-स्ट्रोक, एयर-कूल्ड इंजन
  • मैक्स पावर: लगभग 28-32 bhp
  • टॉर्क: 32 Nm (लगभग)
  • गियरबॉक्स: 6-स्पीड मैनुअल ट्रांसमिशन
  • टॉप स्पीड: 220 km/h तक
  • 0-100 km/h एक्सेलरेशन: लगभग 7 सेकंड में

Rajdoot 350cc का इंजन (Engine Specifications)

Rajdoot 350cc दरअसल Yamaha RD350 का भारतीय वर्जन था। इसके इंजन की खासियतें इस प्रकार थीं –

  • इंजन टाइप: Air-cooled, 2-stroke, parallel twin cylinder
  • डिस्प्लेसमेंट: 347cc
  • सिलेंडर: 2 (पैरेलल ट्विन)
  • बोर x स्ट्रोक: 64 mm x 54 mm
  • कूलिंग सिस्टम: Air cooled
  • फ्यूल सिस्टम: Carburetor आधारित
  • गियरबॉक्स: 6-speed constant mesh
  • मैक्सिमम पावर:
    • High Torque (HT) वर्जन – लगभग 30.5 HP @ 6750 rpm
    • Low Torque (LT) वर्जन – लगभग 27 HP @ 6750 rpm
  • मैक्स टॉर्क: 32 Nm @ 6500 rpm
  • कम्प्रेशन रेशियो: 6.6:1

इंजन का डिजाइन

Rajdoot 350cc का इंजन 2-स्ट्रोक तकनीक पर आधारित था। उस समय अधिकतर भारतीय बाइक्स 2-स्ट्रोक थीं, लेकिन पैरेलल ट्विन सिलेंडर कॉन्फ़िगरेशन इस बाइक को खास बनाता था। इस सेटअप ने बाइक को ज्यादा स्मूद और रिफाइंड परफॉर्मेंस दी।

परफॉर्मेंस (Performance)

पावर डिलीवरी

Rajdoot 350cc की सबसे बड़ी खासियत इसकी explosive power delivery थी। जैसे ही राइडर ने थ्रॉटल खोला, बाइक तुरंत पावर जनरेट करती थी और कुछ ही सेकंड में तेज स्पीड पकड़ लेती थी।

  • 0-60 km/h: लगभग 4 सेकंड
  • 0-100 km/h: लगभग 8-9 सेकंड
  • टॉप स्पीड: करीब 140-150 km/h (टेस्टिंग कंडीशन पर निर्भर)

उस समय भारत की ज्यादातर बाइक्स 100cc से 150cc रेंज में आती थीं, जिनकी टॉप स्पीड 90-100 km/h तक सीमित रहती थी। ऐसे में Rajdoot 350cc युवाओं के लिए एक स्पीड मशीन साबित हुई।

स्मूदनेस और राइडिंग अनुभव

दोनों सिलेंडरों के कारण बाइक बेहद स्मूद चलती थी। हाई स्पीड पर भी इंजन ज्यादा वाइब्रेशन नहीं करता था, जिससे लंबे हाईवे राइड्स आसान हो जाते थे।

गियर शिफ्टिंग

इसमें 6-स्पीड गियरबॉक्स दिया गया था, जो उस जमाने के लिए बहुत एडवांस माना जाता था। हर गियर में पावर का सही वितरण मिलता था।

Rajdoot 350cc की राइडिंग डायनामिक्स

एक्सेलेरेशन

Rajdoot 350cc का एक्सेलेरेशन बेहद आक्रामक था। थोड़े से थ्रॉटल पर बाइक तेज स्पीड पकड़ लेती थी। यही वजह थी कि इसे रेसिंग के शौकीन युवाओं का फेवरेट माना जाता था।

टॉप एंड परफॉर्मेंस

इस बाइक का इंजन हाई RPM पर भी लगातार पावर देता रहता था। यहां तक कि 100 km/h से ऊपर भी बाइक स्टेबल रहती थी।

साउंड और एक्जॉस्ट नोट

Rajdoot 350cc का 2-स्ट्रोक पैरेलल ट्विन इंजन जब चलता था, तो उसकी आवाज गूंजती थी। उसका एक्जॉस्ट नोट युवाओं के लिए किसी म्यूजिक से कम नहीं था।

माइलेज और फ्यूल इफिशिएंसी

Rajdoot 350cc की सबसे बड़ी कमजोरी इसका कम माइलेज था।

  • सिटी राइडिंग: 20-22 km/l
  • हाईवे राइडिंग: 25-28 km/l

उस समय जब लोग 100cc बाइक्स से 60-70 km/l माइलेज पाते थे, Rajdoot 350cc एक महंगी शौकिया बाइक मानी जाती थी।

Rajdoot 350cc vs अन्य बाइक्स (तुलना)

उस दौर में Rajdoot 350cc की सीधी टक्कर किसी भारतीय बाइक से नहीं थी। Hero Honda, Bajaj और TVS जैसी कंपनियाँ 100-150cc बाइक्स बना रही थीं।

Rajdoot 350cc का असली मुकाबला केवल इंटरनेशनल बाइक्स से किया जा सकता था।

एडवांस टेक्नोलॉजी उस दौर के लिए

  • Twin Cylinder Setup – भारत की पहली ऐसी बाइक थी जिसमें पैरेलल ट्विन इंजन दिया गया।
  • 6-Speed Gearbox – उस जमाने में अधिकांश बाइक्स 4-स्पीड गियरबॉक्स के साथ आती थीं।
  • High RPM Range – इसका इंजन 7000 rpm से ऊपर भी स्मूद पावर देता था।
  • टॉर्क और पावर बैलेंस – शहर और हाईवे दोनों जगह पर यह शानदार प्रदर्शन करती थी।

Rajdoot 350cc का भारतीय बाजार में सफर

Rajdoot 350cc को दो वर्जन में लॉन्च किया गया था –

  1. High Torque (HT)
  2. Low Torque (LT)

कंपनी ने LT वर्जन इसलिए उतारा क्योंकि भारतीय सड़कों और यूजर्स के हिसाब से ज्यादा पावर कंट्रोल करना मुश्किल था।

बिक्री पर असर

  • हाई पावर, ज्यादा माइलेज न मिलना, और महंगी कीमत की वजह से यह बाइक आम जनता में ज्यादा नहीं बिक सकी।
  • लेकिन रेसिंग और स्पोर्ट्स राइडिंग पसंद करने वाले युवाओं के बीच यह एक आइकॉनिक मशीन बन गई।

राजदूत 350cc का लेजेंड स्टेटस

आज Rajdoot 350cc को एक कल्ट बाइक माना जाता है। इसका कारण सिर्फ इसकी पावर और परफॉर्मेंस ही नहीं, बल्कि उस दौर की इमोशनल वैल्यू भी है।

  • इसे “Pocket Rocket” कहा गया।
  • मोटरसाइकिल क्लब और रेसिंग इवेंट्स में इसका इस्तेमाल हुआ।
  • 90s के कई बॉलीवुड फिल्मों में यह बाइक दिखाई दी, जिससे इसकी पॉपुलैरिटी और बढ़ी।

3. माइलेज और फ्यूल एफिशिएंसी (Mileage & Fuel Efficiency)

बाइक खरीदते समय भारतीय यूज़र्स सबसे पहले माइलेज देखते हैं। यही कारण है कि Rajdoot 350cc ने इस सेगमेंट में सबसे ज्यादा ध्यान माइलेज पर दिया है।

  • कंपनी क्लेम्ड माइलेज: 55 km/l
  • रियल वर्ल्ड माइलेज: 48-52 km/l (सिटी और हाईवे मिलाकर)
  • फ्यूल टैंक कैपेसिटी: 15 लीटर
  • कुल रेंज: फुल टैंक पर लगभग 750 km

Rajdoot 350cc का इंजन और फ्यूल सिस्टम

इंजन का विवरण

  • टाइप: 2-स्ट्रोक, एयर-कूल्ड, ट्विन सिलेंडर
  • कैपेसिटी: 347cc
  • मैक्स पावर: लगभग 30 bhp @ 6750 RPM
  • टॉर्क: 32 Nm @ 6000 RPM
  • फ्यूल सिस्टम: कार्ब्यूरेटर बेस्ड
  • गियरबॉक्स: 6-स्पीड मैनुअल

यह इंजन ज्यादा पावरफुल था लेकिन ज्यादा पेट्रोल भी खाता था। चूंकि यह 2-स्ट्रोक इंजन था, इसलिए इसमें हर फ्यूल-ऑयल मिक्स्चर का खास ध्यान रखना पड़ता था।

असली माइलेज (Real Mileage)

Rajdoot 350cc का माइलेज औसतन 20-25 kmpl (किलोमीटर प्रति लीटर) माना जाता था।

  • सिटी राइडिंग में: 18-20 kmpl
  • हाईवे पर: 22-25 kmpl

माइलेज कम क्यों था?

  • दो-स्ट्रोक इंजन – 2-stroke इंजन ज्यादा फ्यूल बर्न करता है।
  • 350cc कैपेसिटी – बड़ा इंजन होने से फ्यूल खपत बढ़ती है।
  • हाई पावर आउटपुट – बाइक को तेज चलाने पर फ्यूल ज्यादा खर्च होता है।
  • पुराना कार्ब्यूरेटर सिस्टम – आज की तरह फ्यूल इंजेक्शन टेक्नोलॉजी नहीं थी।

फ्यूल एफिशिएंसी पर असर डालने वाले कारक

1. राइडिंग स्टाइल

अगर आप तेज स्पीड, अचानक ब्रेक और गियर शिफ्टिंग करते थे तो माइलेज गिरकर 15 kmpl तक भी आ सकता था। वहीं, स्मूद राइडिंग करने पर यह 25 kmpl तक पहुंच जाता था।

2. रोड कंडीशन

  • खराब सड़कें और ट्रैफिक में बार-बार क्लच और गियर इस्तेमाल करने से फ्यूल खपत बढ़ जाती थी।
  • हाइवे पर लगातार स्पीड बनाए रखने पर फ्यूल बचत होती थी।

3. मेंटेनेंस

  • कार्ब्यूरेटर की ट्यूनिंग सही न होने पर पेट्रोल की बर्बादी होती थी।
  • टाइम-टू-टाइम इंजन ऑयल बदलना और स्पार्क प्लग साफ रखना फ्यूल एफिशिएंसी बनाए रखने में जरूरी था।

4. लोड और पिलियन

ज्यादा वजन और दो सवारियों के साथ बाइक का माइलेज घटकर 17-18 kmpl रह जाता था।

यूजर्स का अनुभव

उस दौर के राइडर्स के अनुसार, Rajdoot 350cc की सबसे बड़ी ताकत उसका दमदार इंजन और शानदार रोड प्रेज़ेंस था। लेकिन ज्यादातर लोग मानते थे कि इसकी फ्यूल एफिशिएंसी औसत से कम थी।

लोग कहते थे –

  • “यह बाइक पेट्रोल पीने वाली मशीन है।”
  • “जितना मजा इसकी सवारी में है, उतना ही खर्च पेट्रोल पर करना पड़ता है।”

माइलेज की तुलना (Comparison with Other Bikes of that Era)

बाइकइंजन कैपेसिटीमाइलेज (kmpl)
Rajdoot 350347cc, 2-stroke20-25
Yezdi Roadking250cc, 2-stroke25-30
Royal Enfield Bullet 350346cc, 4-stroke30-35
Jawa 250250cc, 2-stroke28-32

स्पष्ट है कि Rajdoot 350cc का माइलेज सबसे कम था। लेकिन पावर और स्पीड में यह सबसे आगे थी।

आज के समय में तुलना (Modern Bikes vs Rajdoot 350)

आधुनिक 350cc बाइक्स –

  • Royal Enfield Classic 350: 35-40 kmpl
  • Honda H’ness CB350: 37-42 kmpl
  • Jawa 350: 30-35 kmpl

इससे साफ है कि टेक्नोलॉजी के कारण आज की बाइक्स ज्यादा माइलेज देती हैं।

फ्यूल एफिशिएंसी बढ़ाने के उपाय

यदि आज भी कोई Rajdoot 350cc चला रहा है, तो वह कुछ टिप्स अपनाकर इसका माइलेज बेहतर कर सकता है –

  1. सही राइडिंग स्टाइल अपनाएं – स्मूद गियर शिफ्टिंग और कम रफ्तार में चलाएं।
  2. रेगुलर सर्विसिंग – कार्ब्यूरेटर और स्पार्क प्लग की सफाई जरूरी।
  3. इंजन ऑयल चेंज – 2-स्ट्रोक इंजन में मिक्सिंग और ऑयल क्वालिटी पर ध्यान दें।
  4. टायर प्रेशर सही रखें – कम प्रेशर होने पर फ्यूल खपत बढ़ जाती है।
  5. अनावश्यक लोड कम करें – ज्यादा वजन से माइलेज घटता है।

Rajdoot 350cc और भावनात्मक जुड़ाव

हालांकि इसकी फ्यूल एफिशिएंसी उतनी अच्छी नहीं थी, लेकिन यह बाइक उस जमाने में एक स्टेटस सिंबल थी। लोग इसे माइलेज के लिए नहीं, बल्कि उसके पावरफुल इंजन, साउंड और रॉयल अहसास के लिए खरीदते थे।

यह सच है कि यह “पेट्रोल ज्यादा पीती थी” लेकिन राइडर्स के दिल में इसकी खास जगह आज भी बनी हुई है।

Rajdoot 350cc bike

4. डाइमेंशन और वज़न (Dimensions & Weight)

  • लेंथ: 2100 mm
  • विथ: 780 mm
  • हाइट: 1120 mm
  • सीट हाइट: 790 mm (कंफर्टेबल सभी राइडर्स के लिए)
  • कर्ब वेट: 180 kg

180 kg वज़न के बावजूद बाइक को हैंडल करना आसान है क्योंकि इसका बैलेंस अच्छा है।

5. ब्रेकिंग और सस्पेंशन (Braking & Suspension)

सेफ्टी और कम्फर्ट को ध्यान में रखते हुए Rajdoot 350cc में एडवांस सस्पेंशन और ब्रेकिंग सिस्टम लगाया गया है।

  • फ्रंट ब्रेक: 320 mm डिस्क, ABS के साथ
  • रियर ब्रेक: 280 mm डिस्क, ABS के साथ
  • फ्रंट सस्पेंशन: टेलीस्कोपिक फोर्क
  • रियर सस्पेंशन: डुअल शॉकर विद एडजस्टेबल हाइड्रोलिक

इस सेटअप से बाइक हाइवे और खराब सड़कों दोनों पर स्मूथ चलती है।

6. फीचर्स (Features)

  • फुली डिजिटल डिस्प्ले
  • ब्लूटूथ कनेक्टिविटी (कॉल और SMS अलर्ट)
  • टर्न-बाय-टर्न नेविगेशन
  • डुअल-चैनल ABS
  • LED हेडलाइट्स और टेललाइट
  • मोबाइल चार्जिंग USB पोर्ट
  • इंजन किल स्विच और साइड स्टैंड इंजन कट-ऑफ

7. कीमत और वैल्यू फॉर मनी (Price & Value for Money)

सबसे हैरान करने वाली बात है इसकी कीमत।

  • कीमत: ₹80,000 (एक्स-शोरूम)

आमतौर पर 350cc बाइक्स की कीमत 1.5 से 2.5 लाख रुपये तक होती है, लेकिन Rajdoot ने इस बाइक को बहुत ही किफायती दाम पर पेश किया है।

8. प्रतियोगी बाइक्स (Competitors)

मार्केट में Rajdoot 350cc का मुकाबला इन बाइक्स से होगा:

  • Royal Enfield Classic 350
  • Jawa 42
  • Honda H’ness CB350
  • Bajaj Dominar 400

इनमें से किसी भी बाइक का माइलेज 40 km/l से ज्यादा नहीं है और कीमत भी 2 लाख से ऊपर है। ऐसे में Rajdoot 350cc ग्राहकों को बहुत बड़ा फायदा देती है।

9. फायदे और नुकसान (Pros & Cons)

फायदे ✅

  • 55 km/l का बेस्ट माइलेज
  • 220 km/h की टॉप स्पीड
  • केवल ₹80,000 की कीमत
  • मॉडर्न फीचर्स और क्लासिक डिज़ाइन
  • 6-स्पीड गियरबॉक्स

नुकसान ❌

  • ज्यादा पावरफुल इंजन होने से नए राइडर्स के लिए कंट्रोल मुश्किल हो सकता है
  • हाई स्पीड पर स्टेबिलिटी Royal Enfield जैसी बाइक्स जितनी मजबूत नहीं है
  • अभी यह बाइक शुरुआती लॉन्च स्टेज पर है, लंबे समय की परफॉर्मेंस पर सवाल बाकी हैं

10. फाइनल वर्डिक्ट (Final Verdict)

Rajdoot 350cc भारतीय बाजार में गेम-चेंजर साबित हो सकती है। यह बाइक उन लोगों के लिए परफेक्ट है जो:

  • पावरफुल इंजन चाहते हैं
  • माइलेज से समझौता नहीं करना चाहते
  • बजट-फ्रेंडली ऑप्शन ढूंढ रहे हैं

55 km/l माइलेज, 220 km/h टॉप स्पीड और 80,000 रुपये की कीमत इसे मार्केट में सबसे किफायती और पावरफुल 350cc बाइक बनाते हैं।

अगर आप स्टाइल, पावर और माइलेज का परफेक्ट कॉम्बिनेशन चाहते हैं तो Rajdoot 350cc आपके लिए बेस्ट चॉइस है।Rajdoot 350cc माइलेज और फ्यूल एफिशिएंसी के मामले में कभी भी टॉप पर नहीं रही। इसका औसत 20-25 kmpl ही था, जबकि दूसरी बाइक्स इससे ज्यादा देती थीं। लेकिन पावर, परफॉर्मेंस और लेजेंडरी स्टाइल की वजह से इसे आज भी लोग याद करते हैं।

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